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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना | PRIME MINISTER UJJWLA YOJNA (UPSC )

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गरीबी रेखा से निचे जीवन -यापन करने वाले निर्धन परिवारों को स्वच्छ ईंधन (एलपीजी ) उपलब्ध करने हेतु ‘स्वच्छ ईंधन ,बहेतर जीवन ‘ की टैगलाइन के साथ प्रधानमंत्री द्वारा 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुवात की |

उद्देश्य :

  • महिला सशक्तिकरण एवं उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा |
  • जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से घर के भीतर उतपन्न होने वाले वायु प्रदूषण के कारण उतपन्न होने वाली शवास संबंधी समस्याओ से छोटे बच्चों की सुरक्षा करना |
  • ईंधन के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओ को कम करना |

लक्ष्य :

  • वर्ष 2018 में इस योजना के अंतर्गत सात और श्रेणियों की महिला लाभार्थी को शामिल किया गया | ये सात श्रेणी निम्न है : अनुसूचित जाति , अनुसूचित जनजाति , प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण ), अंत्योदय अन्न योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग , चाय बगान से संबंधित जनजातियाँ , वनवासी ,द्वीपीय क्षेत्र एवं नदी द्वीपों में निवास करने वाले लोग |
  • इसके साथ ही एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने के लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ कर दिया गया |

विश्लेषण :

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महिला सशक्तिकरण के साथ -साथ स्वास्थ्य सुरक्षा तथा पर्यावरण संरक्ष्ण की व्यापक अवधारणा के साथ विकसित की गई है |

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सुकन्या समृद्धि खाता | SUKANYA SAMRIDDHI ACCOUNT (UPSC )

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दिसम्बर 2014 में सरकार द्वारा छोटी बचत को प्रोत्साहित करने के लिए बालिकाओ के लिए विशेष योजना ‘सुकन्या समृद्धि खाता ‘को अधिसूचित किया गया है | इसे ‘बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ ‘योजना के साथ शुरू किया गया है |

  • इस योजना में निवेश राशि के साथ ही साथ ब्याज और परिपक्वता पर मिलने वाली राशि पर कर में छूट मिलती है |
  • सुकन्या समृद्धि खाते के तहत कन्या के नाम से केवल एक ही खाता खोला जा सकता है |
  • कन्या के माता पिता या अभिभावक योजना के तहत अधिकतम दो खाता खोल सकते है |
  • यदि माता के प्रथम प्रसव के दौरान एक कन्या है और द्वितीय प्रसव से दो जुड़वाँ कन्या का जन्म होता है ,तब वे इस योजना के तहत तीसरा खाता भी खोल सकते है | इस स्थिति में अभिभावक को मेडिकल प्रमाण पत्र देना होगा |
  • इस योजना के तहत माता -पिता या संरक्ष्क द्वारा बालिकाके नाम से उनके जन्म लेने से 10 वर्ष तक की आयु प्राप्त करने तक खाता खोला जा सकेगा |
  • 10 वर्ष की आयु के बाद कन्या स्वंय खाते का संचालन कर सकती है |

इस योजना के तहत न्यूनतम 250 रुपए सालाना तथा अधिकतम 150000 तक की राशि को 14 वर्ष तक जमा किया जाता है | कन्या के 21 वर्ष के आयु प्राप्त करने पर उसे ब्याज सहित पूरी राशि दे दी जाती है |

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मिशन इंद्रधनुष क्या है | WHAT IS MISSION INDRDHANUSH (UPSC ) :

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25 दिसम्बर 2014 को भारत सरकार ने सभी बच्चो और गर्भवती महिलाओ को तीव्रता से संपूर्ण टीकाकरण कवरेज प्रदान करने एवं प्रतिरक्षुण कार्यक्रम को मजबूत बनाने के लिए मिशन इंद्रधनुष की शुरुवात की |

उद्देश्य :

देश के सभी बच्चों ( 2 वर्ष की आयु तक के ) एवं गर्भवती महिलाओ का तीव्र गति से शत प्रतिशत टीकाकरण करना था | मिशन के अंतर्गत टिके से रोकी जाने वाली 12 बीमारियों के निःशुल्क टीकाकरण का सार्वभौमिक लक्ष्य्य रखा गया |

ये बीमारियाँ निम्न है |

  1. डिप्थिरया
  2. पट्यूर्सीस
  3. टिटनेस
  4. रोटावायरस
  5. डायरिया
  6. रूबेला
  7. हिमोफिलिस
  8. पोलियो
  9. मिजलीस
  10. टूबर्क्युलसिस
  11. हेपेटाइटिस -बी
  12. जापानी इंसेफेलाइटिस तथा न्यूमोकोकल निमोनिया

अगस्त 2017 तक मिशन इंद्रधनुष के चार चरणो का सफल संचालन किया गया | इस दौरान कुल 528 जिलों में

2 .53 करोड़ से अधिक बच्चों और 68 लाख से अधिक महिलाओ का टीकाकरण किया गया |

सघन मिशन इंद्रधनुष 2 .0 : इस मिशन द्वारा 27 राज्यों \केंद्रशासित प्रदेशो के 272 जिलों में पूर्ण टीकाकरण करने का लक्ष्य प्राप्त करना था |

सघन मिशन इंद्रधनुष 3 .0 : मिशन के तहत , देश के सभी जिलों में 90 प्रतिशत तक पूरा टीकाकरण कवरेज प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया |

सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 : कोविड 19 महामारी के चलते नियमित टीकाकरण की धीमी पड़ी गति में तेजी लाना |

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